Korba
संस्कृति: एनटीपीसी कोरबा में मैत्री महिला समिति का 43वां वार्षिकोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया।
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6 months agoon
कोरबा @ एनटीपीसी कोरबा के महिला क्लब, मैत्री महिला समिति ने 21 अप्रैल 2024 को अपना 43वां वार्षिकोत्सव मनाया। सरित माहेश्वरी, परियोजना प्रमुख, एनटीपीसी कोरबा, मुख्य अतिथि थे। महिला क्लब की सदस्यों ने 43वें वार्षिकोत्सव की शुरुआत गणेश वंदना से की, जिसके बाद छत्तीसगढ़ का स्वागत गीत गाया। मैत्री महिला समिति की अध्यक्ष श्रीमती राखी माहेश्वरी ने सभा को संबोधित किया और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया ।वार्षिकोत्सव में मैत्री महिला समिति की सदस्यों द्वारा रंग-बिरंगे परिधानों, नाटक, मधुर संगीत और नृत्यों का प्रदर्शन किया गया। भारत के सात अलग-अलग राज्यों के नृत्य, ‘संस्कृति’ प्रस्तुत किए गए, जिसमें देश की विविधता को दर्शाया गया और देश के विभिन्न कोनों से आवाजें भी सुनी गईं।
वार्षिक दिवस कार्यक्रम में क्लब सदस्यों के जीवनसाथियों को आमंत्रित किया गया था और उन्होंने भी कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया। मनोरंजक खेल आयोजित किए गए, तथा दर्शकों और प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और शाम का आनंद लिया। सरित माहेश्वरी, परियोजना प्रमुख, एनटीपीसी कोरबा ने अभिनंदन भाषण में एमएमएस क्लब और उसके सदस्यों को वार्षिक दिवस पर उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी और आने वाले दिनों के लिए शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम के दौरान महिला क्लब के सभी वरिष्ठ सदस्य और सदस्य, परिवार और एनटीपीसी कोरबा के कर्मचारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। एमएमएस क्लब का वार्षिक दिवस समारोह एक शानदार सफलता थी और अतिथियों और शुभचिंतकों द्वारा इसकी बहुत सराहना की गई।
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Chhattisgarh
एनटीपीसी कोरबा ने ठेकेदार कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण श्रृंखला शुरू की
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3 weeks agoon
September 25, 2024कोरबा । अपने कार्यबल के ज्ञान, तकनीकी क्षमता, और सुरक्षा संस्कृति को बढ़ाने की प्रतिबद्धता के साथ, एनटीपीसी कोरबा ने ठेकेदार कर्मचारियों (इलेक्ट्रिशियन) के लिए एक समर्पित प्रशिक्षण श्रृंखला शुरू की है। यह कार्यक्रम 25 सितंबर 2024 को आरंभ हुआ और इसे संयंत्र संचालन में शामिल इलेक्ट्रिशियनों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कुल 24 दिनों तक चलेगा और इसे लगभग 200 दिनों के भीतर एक गति में आयोजित किया जाएगा। यह पहल एनटीपीसी कोरबा के निरंतर प्रयासों का हिस्सा है, जो अपने ठेकेदार कर्मचारियों के कौशल और जागरूकता में सुधार पर केंद्रित है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों पर जो व्यक्तिगत और परिचालन सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों को व्यवहारिक सुरक्षा के बारे में जानकारी मिलेगी और वे विभिन्न विद्युत उपकरणों, जैसे मोटरों और ट्रांसफार्मरों के रखरखाव के बारे में सीखेंगे। इसके अलावा, अग्नि सुरक्षा के आवश्यक पहलुओं और ठेकेदार काम के लिए लागू श्रम कानूनों की समझ भी दी जाएगी।
यह पहल एनटीपीसी कोरबा की सुरक्षा-प्रमुख संस्कृति बनाने की प्रतिबद्धता के साथ-साथ यह सुनिश्चित करने के लिए है कि सभी कर्मचारी संयंत्र के प्रभावी और कुशल संचालन के लिए आवश्यक नवीनतम तकनीकी ज्ञान से लैस हों।
यह प्रशिक्षण श्रृंखला एनटीपीसी कोरबा के कर्मचारियों के विकास के प्रति सक्रिय दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करती है और परिचालन उत्कृष्टता और कर्मचारी सुरक्षा के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए इसकी प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
Business
विष्णु के सुशासन से कोरबा ने पकड़ी विकास की रफ्तार, कोरबा के हर वॉर्ड में शुरू होंगे कार्य
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3 months agoon
July 29, 2024वॉर्ड क्रमांक 31 में विभिन्न विकास कार्यों का वाणिज्य उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने किया भूमिपूजन
कोरबा । भाजपा की विष्णुदेव सरकार में विकास कार्यों की रफ्तार अब गति पकड़ चुकी है। चुनाव में जिन वार्डों में लोगों ने वॉर्ड की समस्या से अवगत कराया था, अब उन कार्यों को स्वीकृति प्रदान कर जल्द प्रारंभ किया जा रहा है।लोगों को अब किसी भी विकास कार्यों के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
उक्त बातें वाणिज्य उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने वॉर्ड क्रमांक 31 में विभिन्न विकास कार्यों के भूमिपूजन के दौरान कही। मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि दादरखुर्द वार्ड के कई ऐसे मोहल्ले हैं जहां विकास कार्य आज तक नहीं हुए। 10 साल से वॉर्ड की सड़क, नाली और स्ट्रीट लाइट नहीं लग सकी थी।विधानसभा चुनाव के दौरान वॉर्ड वासियों ने इन कार्यों की मांग की थी। चुनाव के बाद कोरबा निगम क्षेत्र के सभी वार्डो के ऐसे कार्यों के लिए विष्णुदेव सरकार ने तत्काल राशि दी।
जिला खनिज मद 2024–25 से कुल 146.69 लाख की लागत से दादर मेन रोड से प्रधानमंत्री आवास परिसर तक सीसी रोड, नाली, और स्ट्रीट लाइट के कार्य कराए जाएंगे।मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री ने जिला खनिज मद की राशि का अधिकार हमें दिया है। कांग्रेस की सरकार में इस मद का दुरुपयोग किया गया। जनता के विकास कार्य के लिए राशि नहीं दी गई। अब भाजपा की सरकार में जनता के विकास कार्यों के लिए राशि स्वीकृत की जा रही है।इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रफुल्ल तिवारी, वॉर्ड क्रमांक 16 के पार्षद नरेंद्र देवांगन, वॉर्ड क्रमांक 31 के पार्षद सुकुंदी यादव, पार्षद धनश्री साहू, पार्षद रितु चौरसिया, ईश्वर साहू, चन्दन साहू जी समेत अन्य उपस्थित रहे।
निर्माणधीन दादरखुर्द पीएम आवास कॉलोनी का मंत्री श्री देवांगन ने लिया जायजा
दादरखुर्द के प्रवास के दौरान मंत्री लखन लाल देवांगन ने निर्माणधीन पीएम आवास कॉलोनी का जायजा लिया। इस अवसर पर निगम के अधिकारियों ने बताया कि कुल 2784 मकान बनाए जा रहे हैं, पहले चरण में हितग्रहियों को आवंटित किए जा चुके हैं। अगले महीने एक हजार मकानों के लिए लॉटरी निकाली जाएगी। मंत्री श्री देवांगन ने निगम के अधिकारियों को कॉलोनी के शेष सुविधाओं और मकानों को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए गए ।
Business
35 प्रतिशत कम कार्बन उत्सर्जित करने वाला विद्युत संयंत्र छत्तीसगढ़ में।
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3 months agoon
July 29, 2024सीपत । छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित सीपत में नेशन धर्मल पावर कार्पोरेशन एनटीपीसी में नौ हजार करोड़ रुपये की लागत से 800 मेगावाट का नया पावर प्लांट स्थापित होगा। यह सीपत में एनटीपीसी के मौजूदा संयंत्र का हिस्सा होगा। देश में विकसित एडवांस अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल टेक्नोलाजी (एयूएससी) का यह पहला पावर प्लांट होगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए इसकी घोषणा की है। इसके लिए एनटीपीसी व भेल (भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड) के बीच करार हो चुका है। केंद्र सरकार भी इसके लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएगी। दावा किया गया है कि यह पावर प्लांट देश का सबसे कम प्रदूषण वालाः कोयला आधारित पावर प्लांट होगा। सीपत में अभी एनटीपीसी का 2,980 मेगावाट का प्लांट है। इस एडवांस अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट की तकनीक को संयुक्त रूप से एनटीपीसी व भेल ने इंदिरा गांधी सेंटर आफ एटामिक रिसर्च (आइजीसीएआर) के साथ मिलकर स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है। देश में पहले क्रिटिकल और फिर किए जा चुके हैं। इस तकनीक को देश में विकसित करने मे एनटीपीसी की अहम भूमिका है। अभी देश में कुल 72 सुपरक्रिटिकल और 20 अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर यूनिट हैं। परियोजना का पहला चरण, जो अनुसंधान और विकास एयूएससी संयंत्र स्थापित किया जाएगा। इस पर केंद्रित था। सफलतापूर्वक पूरा प्रौद्योगिकी का अब तक कहीं भी हो चुका है। दूसरे चरण में, केंद्रीय प्रदर्शन नहीं किया गया है। हालांकि विद्युत मंत्रालय और एनटीपीसी संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस), के तत्वावधान में 800 मेगावाट एयूएससी प्रौद्योगिकी प्रदर्शन संयंत्र स्थापित किया जाएगा । इस प्रौद्योगिकी का अब तक कहीं भी प्रदर्शन नहीं किया गया है । हालांकि संयुक्त राज्य अमेरिका यूएस ,यूरोप, चीन और जापान इसका अध्ययन और विकास कर रहा है।
तकनीक रोकेगी प्रदूषण
1. नौ हजार करोड़ रुपये की लागत से होगा तैयार, एनटीपीसी व भेल के बीच समझौता
2. सीपत (बिलासपुर) में एनटीपीसी के मौजूदा संयंत्र का 800 मेगावाट होगा हिस्सा
3. प्रदूषण रहित देश का पहला पावर प्लांट लगेगा सीपत में, एनटीपीसी व भेल के बीच समझौता
8,780 मेगावाट तक होगा बिजली उत्पादन
वर्तमान में छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी के तीन पावर प्लांट संचालित है। इसमें कोरबा में 2,600, सीपत (बिलासपुर) में 2,980 व रायगढ़ के लारा में 1,600 मेगावाट की इकाइयां संचालित हैं। कुल उत्पादन क्षमता 7,180 मेगावाट है। लारा में 800 मेगावाट की एक और इकाई निर्माणाधीन है। सीपत संयंत्र में 800 मेगावाट की तकनीक के संयंत्र के निर्माण से आने वाले कुछ वर्षों में क्षमता बढ़कर 8,780 मेगावाट हो जाएगी।
क्या है एडवांस अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल टेक्नोलाजी
इस टेक्नोलाजी से पारंपरिक बिजली संयंत्रों की तुलना में करीब 35 प्रतिशत अधिक CO2 (कार्बन डाइ आक्साइड) उत्सर्जन में कमी आएगी। यानी दो गीगा टन कार्बन उत्सर्जन कम होगा। यह तकनीक 47 से 50 प्रतिशत तक दक्षता प्रदान करती है। पारंपरिक संयंत्र का तापमान 540 से 600 डिग्री सेल्सियस के बीच डोता है। एडवास अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल टेक्नोलाजी के संयंत्र का तापमान 710 से 720 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। उच्च तापमान के कारण पलाई पेश भी कम उत्पादित होगा।