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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पाटन में वेदांता के 101 नंद घरों का किया उद्घाटन

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बालकोनगर, 8 नवंबर। 2020

  • वेदांता समूह देश भर में आंगनबाड़ियों को दे रहा अत्याधुनिक नंद घरों का स्वरूप।
  • 800 करोड़ रुपए के निवेश से 4000 नंद घर स्थापित करने की योजना।

वेदांता समूह के सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित फ्लैगशिप परियोजना ‘नंद घर’ के अंतर्गत दुर्ग जिले के पाटन में आज प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 101 नंद घरों का उद्घाटन किया। वेदांता समूह की इस महत्वपूर्ण परियोजना के अंतर्गत देश के विभिन्न राज्यों में पहले से संचालित आंगनबाड़ियों को अत्याधुनिक स्वरूप दिया जा रहा है। वर्ष 2015 में नंद घर परियोजना की शुरूआत की गई जिसके अंतर्गत देश में पहले ही 1700 नंद घर प्रारंभ हो चुके हैं। पूरे देश में लगभग 800 करोड़ रुपए के निवेश से 4000 नंद घर स्थापित करने की योजना है। वेदांता समूह छत्तीसगढ़ के कोरबा में भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के जरिए राज्य और देश के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

वेदांता समूह और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से संचालित परियोजना का उद्देश्य भारत के ग्रामीण पिछड़े इलाकों को देश के विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है। 13.7 लाख आंगनवाड़ियों के 8.5 करोड़ बच्चों और 2 करोड़ महिलाओं के जीवन को बदलने की दृष्टि वेदांता द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर संचालित परियोजना के अंतर्गत बाल स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार, बच्चों को मनोरंजनपूर्ण तरीके से शिक्षा प्रदान करने और जमीनी स्तर पर महिलाओं के सशक्तिरण की दिशा में उत्कृष्ट कार्य किए जा रहे हैं।

वेदांता की नंद घर परियोजना सात राज्यों छत्तीसगढ़, राजस्थान, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में संचालित है। इस परियोजना का लक्ष्य 4 करोड़ समुदाय के सदस्यों के जीवन को लाभान्वित करना है। साथ ही लगभग 2 लाख बच्चों और 1.8 लाख महिलाओं को वार्षिक आधार पर लाभ पहुंचाना है।

पाटन में संचालित 101 नंद घरों के जरिए समुदाय के लगभग एक लाख जरूरतमंद लाभान्वित होंगे। कोविड-19 के वर्तमान दौर में नंद घरों के जरिए बच्चों को पोषक आहार उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उनके लिए मोबाइल एप के जरिए ई-लर्निंग विडियो की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। शासकीय महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और आशा कार्यकर्ताओं की मदद से गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य की नियमित जांच की जा रही है। आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से जरूरतमंदों तक सूखा पौष्टिक आहार आपूर्ति किए जाने की योजना है। कोरोना पर पूर्ण नियंत्रण के पश्चात केंद्रों में महिलाओं के लिए कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यशालाएं भी संचालित की जाएंगी।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि सामुदायिक विकास के क्षेत्र में वेदांता समूह के कार्य उत्कृष्ट हैं। उन्होंने महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में संचालित देशव्यापी अभियान को प्रशंसनीय बताया। नंद घर परियोजना के अनेक आयामों से परिचित होकर श्री बघेल ने विश्वास जताया कि इससे निश्चित ही लक्षित नागरिकों के लिए विकास के नए अवसर बनेंगे। उन्होंने समारोह में उपस्थित ग्रामीणों का आह्वान करते हुए कहा कि वे परियोजना से भरपूर लाभ उठाएं।

वेदांता समूह के चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा है कि नंद घरों के जरिए देश के विभिन्न क्षेत्रों में ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद मिल रही है। यह परियोजना बाल कुपोषण के उन्मूलन, शिक्षा और स्वास्थ्य की उपलब्धता, ग्रामीण महिलाआंे के कौशल उन्नयन और सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा पाटन में नंद घरों के उद्घाटन पर प्रसन्नता जताई। श्री अग्रवाल ने विश्वास जताया कि आधुनिक नंद घर परिवर्तन के उत्प्रेरक होंगे जो ग्रामीण परिदृश्य को बदलकर आत्मनिर्भर समुदाय तथा महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाएंगे।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने अपने संदेश में कहा है कि वेदांता समूह के चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल के नेतृत्व और दर्शन के अनुरूप सामुदायिक विकास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश किए गए हैं जिसका लाभ जरूरतमंदों को मिल रहा है। समूह की नंद घर परियोजना से ग्रामीण बच्चे और महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं। परियोजना के जरिए मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में बेहतरीन सुविधाएं दी जा रही हैं। समुदाय के चहुंमुखी विकास के लिए कटिबद्ध एवं निरंतर योगदान कर रही वेदांता समूह की यह परियोजना भविष्य में निश्चित ही अनेक नई उपलब्धियां हासिल करेगी।

उद्घाटन समारोह में नंद घर परियोजना के कंस्ट्रशन प्रमुख श्री आनंद गुप्ता और बालको के सिक्योरिटी एवं प्रशासन प्रमुख श्री अवतार सिंह सहित अनेक बालको अधिकारी मौजूद थे।

नंद घर में उपलब्ध सुविधाओं पर एक नजर – वेदांता समूह द्वारा निर्मित नंद घरों में ई-लर्निंग के माध्यम से तीन से छह वर्ष के बच्चों को स्कूल-पूर्व की शिक्षा दी जाती है। बच्चों के लिए स्मार्ट किट उपलब्ध कराए जाते हैं। ई-लर्निंग के लिए टेलीविजन लगाए जाते हैं। सतत ऊर्जा आपूर्ति के लिए सोलर पैनल, पेयजल, स्वच्छ शौचालय आदि की व्यवस्था की जाती है। बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को ताजा पोषक आहार दिया जाता है। महिला सशक्तिकरण के लिए कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। उद्यमिता विकास के लिए महिलाओं को क्रेडिट लिंकेज की सुविधा दी जाती है।

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Bilaspur

सतर्कता निरीक्षण अभियान के दूसरे दिन, एसईसीएल सीवीओ पहुंचे रायगढ़ क्षेत्र कोयला स्टॉक, साइलो, साइडिंग, आईटी उपायों का किया वृहत निरीक्षण

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बिलासपुर । एसईसीएल सतर्कता विभाग द्वारा चलाए जा रहे सतर्कता जागरूकता अभियान के दूसरे दिन आज 04 अप्रैल 2024 को सीवीओ जयंत कुमार खमारी रायगढ़ क्षेत्र पहुंचे। दौरे के दौरान वे रायगढ़ क्षेत्र की छाल ओसीएम गए जहां उन्होने खदान में सभी जगह जाकर कोयला स्टॉक की जांच की। वे साईडिंग तथा साइलो भी गए तथा कोयला डिस्पैच गतिविधियों की समीक्षा की।

छाल खदान के उपरांत खमारी धरम खदान भी गए जहां उन्होने डी1 एवं डी2 स्टॉक का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कोयला मंत्रालय के दिशा-निर्देशन में यह अभियान देश भर में कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों में चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य के कोयला उत्पादन, भंडारण, एवं प्रेषण गतिविधियों को और सुदृढ़ बनाते हुए उनमें पारदर्शिता लाना है जिससे गुड गवर्नेंस को बढ़ावा मिले।

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Business

एनटीपीसी कोरबा में बालिका सशक्तिकरण अभियान (GEM) 2024 के लिए बेसलाइन सर्वे एवं चिकित्सा परीक्षण

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कोरबा । एनटीपीसी कोरबा में बालिका सशक्तिकरण अभियान 2024 के लिए बेसलाइन सर्वे 3 मई 2024 को सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।

समाज को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में एनटीपीसी कोरबा के आस-पास के गांवों की स्कूली लड़कियों ने भाग लिया।



मेसर्स ई-सॉल्यूशंस (एनटीपीसी कोरबा में GEM कार्यक्रम के लिए नोडल एजेंसी) के संसाधन व्यक्तियों ने लड़कियों से बातचीत की और छात्रों की क्षमताओं का आकलन करने के लिए शैक्षणिक विषयों पर एक नमूना परीक्षण आयोजित किया गया।

जो एनटीपीसी कोरबा में मई के मध्य से आयोजित होने वाली आगामी चार-सप्ताह की आवासीय जीईएम कार्यशाला के लिए पाठ्यक्रम तैयार करने में मदद करेगा।



उसी दिन, एनटीपीसी कोरबा ने एनटीपीसी कोरबा अस्पताल में भाग लेने वाली लड़कियों के लिए चिकित्सा परीक्षण स्क्रीनिंग शिविर का भी सफलतापूर्वक समापन किया।

चिकित्सा परीक्षण में, स्क्रीनिंग शिविर को तीन दिनों में विभाजित किया गया था। पहले दिन यानी 1 मई 2024 को 44 लड़कियों की जांच की गई, दूसरे दिन यानी 2 मई 2024 को 36 लड़कियों की जांच की गई और तीसरे दिन यानी 3 मई 2024 को 54 लड़कियों की जांच की गई।



एनटीपीसी कोरबा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. विनोद कोल्हटकर के विशेषज्ञ मार्गदर्शन में डॉक्टरों की एक समर्पित टीम ने सभी प्रतिभागियों की गहन चिकित्सा जांच की।



शिविर की सफलता क्षेत्र की लड़कियों के समग्र विकास और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए एनटीपीसी कोरबा की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।

इसके अलावा, कार्यक्रम के दौरान कई अन्य गतिविधियाँ भी की गईं, जिनमें यूनिफॉर्म, ट्रैकसूट और जूते का माप लेना और जीईएम आईडी कार्ड के लिए छात्राओं की तस्वीरें लेना शामिल है।

बालिका सशक्तीकरण अभियान, एनटीपीसी की प्रमुख कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहल है जो विभिन्न हस्तक्षेपों के माध्यम से लड़कियों के सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित करती है और इसका उद्देश्य उनके नेतृत्व गुणों की पहचान करना और उनका पोषण करना है ताकि वे भविष्य के लिए तैयार हो सकें।

कार्यशाला में स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षा, फिटनेस, खेल और योग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

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Korba

एनटीपीसी कोरबा ने महिला संविदा कर्मियों के लिए स्तन कैंसर शिविर का आयोजन किया।

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कोरबा । स्तन कैंसर भारत में महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है और कैंसर से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण है। हालांकि, अगर शुरुआती चरण में इसका पता लग जाए और इसका इलाज हो जाए तो यह भी ठीक हो जाता है। हालांकि शहरी आबादी में इसके होने की दर ज़्यादा है, लेकिन शिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण ग्रामीण महिलाओं को इसका सबसे ज़्यादा खामियाज़ा भुगतना पड़ता है। अल्ट्रासोनोग्राफी शुरुआती पहचान के लिए एक बेहतरीन उपकरण है क्योंकि यह सस्ती, आसानी से उपलब्ध है और स्तन में छोटे घावों के प्रति संवेदनशील है और यह अच्छी सुविधा एनटीपीसी कोरबा अस्पताल में उपलब्ध है।

मैत्री महिला समिति, जैसा कि सभी जानते हैं, एनटीपीसी कोरबा के आस-पास के गांवों में महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने और शिक्षित करने की दिशा में समय-समय पर प्रयास करती रही है। इस बार एमएमएस (मैत्री महिला समिति) और एनटीपीसी अस्पताल, कोरबा ने हमारे समाज की वंचित बहनों की सेवा में एक कदम आगे बढ़ाने के लिए हाथ मिलाया है। एनटीपीसी कोरबा अस्पताल परिसर में 3 मई 2024 को स्तन कैंसर जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन एमएमएस की अध्यक्ष श्रीमती राखी माहेश्वरी और बीयूएच एनटीपीसी कोरबा के सरित माहेश्वरी ने किया। इस अवसर पर एनटीपीसी कोरबा के सीएमओ डॉ. विनोद कोल्हटकर, एमएमएस के पदाधिकारी, विभागाध्यक्ष और यूनियन व एसोसिएशन के सदस्य भी मौजूद थे। शिविर कई चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहले चरण का लक्ष्य बस्ती की संविदा महिला श्रमिकों और घरेलू सहायिकाओं को लाभ पहुंचाना था। डॉ. प्रतिभा अर्चना दास, वरिष्ठ परामर्शदाता (प्रसूति एवं स्त्री रोग) और डॉ. परिमिता हुरा, परामर्शदाता (रेडियोलॉजी) ने जांच की। डॉ. प्रतिभा दास ने जांच के पहले चरण के रूप में नैदानिक परीक्षण किया। अगले चरण के लिए उपयुक्त पाई गई महिलाओं की डॉ. परिमिता हुरा ने अल्ट्रासाउंड जांच की। शिविर के पहले दिन 52 मरीजों का पंजीकरण कर उनकी चिकित्सकीय जांच की गई। 37 की यूएसजी स्कैनिंग भी की गई। एमएमएस और एनटीपीसी अस्पताल की यह पहल समाज की वंचित महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के प्रति विश्वास बढ़ाने और उन्हें आश्वस्त करने में सहायक है।

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