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सेल अध्यक्ष ने कंपनी की 49वीं वार्षिक आम बैठक में कहा कि सेल विस्तारीकरण के अपने अगले चरण की ओर बढ़ने के लिए तैयार है

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नई दिल्ली । स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने आज अपनी 49वीं वार्षिक आम बैठक वर्चुअल प्लेटफार्म पर आयोजित की। इस अवसर पर, सेल अध्यक्ष श्रीमती सोमा मण्डल ने कंपनी के लोदी रोड, नई दिल्ली स्थित मुख्यालय से बैठक में भाग लेते हुए शेयरधारकों को संबोधित किया।
सेल अध्यक्ष ने कंपनी के शेयरधारकों को सेल की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं / प्रमुख बिन्दुओं से रूबरू कराया। उन्होंने वित्त वर्ष 2021 को सेल के लिए ‘विकास और नई ऊंचाइयों को छूने’ का साल बताते हुए कहा कि सेल ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान अब तक का सर्वाधिक 13,740 करोड़ रुपये का एबिटडा (EBITDA) दर्ज किया है जो पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में 23% अधिक है। कंपनी की लाभप्रदता में सुधार लाने में जिन कारकों ने मदद की, उनमें सेकेन्डरी प्रोडक्ट्स की अधिक बिक्री, लौह अयस्क फाइन्स की बिक्री, अन्य कच्चे माल का कम उपयोग, तकनीकी-आर्थिक मापदंडों में सुधार, स्टोर और पुर्जों के खर्चों में सुधार, खरीदी गई बिजली दरों में कमी, ब्याज शुल्क में कमी, डिविडेंड से आय बढ़ाने और फ़ोरेक्स एक्सचेंज लाभ इत्यादि शामिल हैं। कंपनी का कर-पूर्व लाभ (पीबीटी) पिछले दस वर्षों में सबसे अधिक रहा। कंपनी अपनी उधारी में 16,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमी लाते हुए उसे 35,350 करोड़ रुपये पर ले आई, जिससे ऋण-इक्विटी अनुपात 31.03.2020 के अनुसार 1.36 से बेहतर होकर 31.03.2021 को 0.87 हो गया।
श्रीमती मंडल ने कोरोना महामारी के जारी प्रभाव के चलते कंपनी द्वारा सामना की जा रही विभिन्न चुनौतियों को देखते हुए, शेयरधारकों को कोविड-19 के प्रभाव से निपटने के लिए कंपनी द्वारा उठाए कदमों के बारे बताया। कंपनी ने प्रगामी कदम उठाते हुए, कंपनी के प्रचालन को सुचारु रूप से बनाए रखने के लिए योजनाओं और रणनीतियों पर नए सिरे से काम किया गया, जिसमें से कुछ को रेखांकित करते हुए, उन्होंने कहा, सेल ने अपनी सुविधाओं का अधिक संख्या में उनकी क्षमता से कम स्तर पर इस्तेमाल करने के बजाय प्रचालित क्षमताओं का उनके सर्वोत्तम स्तर पर प्रचालन किया गया। कंपनी ने विभिन्न इनपुट मैटेरियल की खपत मात्रा में कमी लाके लागत में कमी करने के साथ – साथ जहां भी संभव हुआ, वहां कैपिटल रिपेयर्स को प्री-पोन किया गया। इस मुश्किल समय के दौरान, कंपनी ने निर्यात, रेलवे को डिस्पैच जैसे पोटेन्सियल चैनलों के माध्यम से विक्रय को अधिकतम किया, साथ – ही – साथ कमिटमेंट्स की समीक्षा और कांट्रैक्ट्स के रिनिगोसिएशन से नगदी के प्रवाह में कमी आई।
उन्होंने कहा कि कंपनी ने न केवल न्यूनतम व्यवधानों के साथ अपने संचालन को जारी रखने पर ध्यान केंद्रित किया, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि कर्मचारियों और आसपास के क्षेत्रों में आबादी की सुरक्षा से समझौता किए बिना इसे हासिल किया जाए। वास्तव में कंपनी ने देश की कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई है। उन्होंने शेयरधारकों को देश भर में स्थित अपने सभी संयंत्रों और इकाइयों में कोविड -19 की महामारी से निपटने के लिए किए गए व्यापक प्रबंध के बारे में बताया। श्रीमती मण्डल ने अपने संबोधन में, सेल की विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला, जिनमें शामिल हैं –
कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए व्यापक चिकित्सा ढांचा विकसित करने के साथ –साथ इन सुविधाओं का दूसरी लहर के दौरान और विस्तार किया। सेल के 5 एकीकृत इस्पात संयंत्रों के अस्पतालों ने शुरू में अपने कुल बेड्स क्षमता का 10% या 330 बेड्स CoVID-19 रोगियों के लिए निर्धारित किए गए थे, जिसे बाद में ऑक्सीजन की सुविधा से युक्त CoVID-19 रोगियों के लिए डेडिकेटेड 1000 बिस्तरों तक बढ़ाया गया।
कंपनी के संयंत्र के विभिन्न लोकेशन्स पर संयंत्रों से सीधे गैसीयस ऑक्सीजन आपूर्ति की की सुविधाओं से युक्त कोविड केयर यूनिट्स की स्थापना की गई
सेल ने संबंधित राज्य सरकारों के साथ मिलकर सेल अस्पतालों में RAT, RTPCR, TRU-NAT जैसी CoVID-19 परीक्षण सुविधाओं का विकास किया
कंपनी के कोविड -19 संक्रमण की वृद्धि से निपटने के अन्य पहलों में आज तक विभिन्न राज्यों में 1 लाख मीट्रिक टन से भी अधिक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) की आपूर्ति भी शामिल है।
कंपनी की विकास योजनाओं पर बात करते हुए, श्रीमती मण्डल ने शेयरधारकों से कहा कि अपनी बेहतर हुई स्थिति के साथ, कंपनी विस्तार के अगले चरण में जाने के लिए तैयार है।
उल्लेखनीय है कि सेल अपनी स्थापना के समय से ही राष्ट्रीय महत्व और रणनीतिक महत्व की बड़ी परियोजनाओं से लेकर छोटे से छोटे खुदरा उपभोक्ताओं को स्टील की आपूर्ति करके राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देता रहा है। वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान, सेल ने कटरा से बनिहाल सुरंग परियोजना, बीआरटीएफ लेह-लद्दाख परियोजना, लेह हवाई अड्डा, ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन, असम की लोअर सुबनसिरी हाइडल प्रोजेक्ट, त्रिपुरा की अगरतला-अखुरा रेल लिंक परियोजना जैसी परियोजनाओं के लिए स्टील की आपूर्ति की है।
शेयरधारकों को सेल द्वारा बाज़ार के निर्धारित क्षेत्रों को लक्षित करके अपनी उपस्थिती बढ़ाने के लिए किए गए नियमित पहलों के बारे में सूचित किया गया। कंपनी अपनी रिटेल उपस्थिति को मजबूत करने के लिए देश भर में 2-टियर और 1-टियर वितरण नेटवर्क का भी विस्तार कर रही है।

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Business

एनटीपीसी कोरबा में बालिका सशक्तिकरण अभियान (GEM) 2024 के लिए बेसलाइन सर्वे एवं चिकित्सा परीक्षण

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कोरबा । एनटीपीसी कोरबा में बालिका सशक्तिकरण अभियान 2024 के लिए बेसलाइन सर्वे 3 मई 2024 को सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।

समाज को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में एनटीपीसी कोरबा के आस-पास के गांवों की स्कूली लड़कियों ने भाग लिया।



मेसर्स ई-सॉल्यूशंस (एनटीपीसी कोरबा में GEM कार्यक्रम के लिए नोडल एजेंसी) के संसाधन व्यक्तियों ने लड़कियों से बातचीत की और छात्रों की क्षमताओं का आकलन करने के लिए शैक्षणिक विषयों पर एक नमूना परीक्षण आयोजित किया गया।

जो एनटीपीसी कोरबा में मई के मध्य से आयोजित होने वाली आगामी चार-सप्ताह की आवासीय जीईएम कार्यशाला के लिए पाठ्यक्रम तैयार करने में मदद करेगा।



उसी दिन, एनटीपीसी कोरबा ने एनटीपीसी कोरबा अस्पताल में भाग लेने वाली लड़कियों के लिए चिकित्सा परीक्षण स्क्रीनिंग शिविर का भी सफलतापूर्वक समापन किया।

चिकित्सा परीक्षण में, स्क्रीनिंग शिविर को तीन दिनों में विभाजित किया गया था। पहले दिन यानी 1 मई 2024 को 44 लड़कियों की जांच की गई, दूसरे दिन यानी 2 मई 2024 को 36 लड़कियों की जांच की गई और तीसरे दिन यानी 3 मई 2024 को 54 लड़कियों की जांच की गई।



एनटीपीसी कोरबा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. विनोद कोल्हटकर के विशेषज्ञ मार्गदर्शन में डॉक्टरों की एक समर्पित टीम ने सभी प्रतिभागियों की गहन चिकित्सा जांच की।



शिविर की सफलता क्षेत्र की लड़कियों के समग्र विकास और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए एनटीपीसी कोरबा की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।

इसके अलावा, कार्यक्रम के दौरान कई अन्य गतिविधियाँ भी की गईं, जिनमें यूनिफॉर्म, ट्रैकसूट और जूते का माप लेना और जीईएम आईडी कार्ड के लिए छात्राओं की तस्वीरें लेना शामिल है।

बालिका सशक्तीकरण अभियान, एनटीपीसी की प्रमुख कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहल है जो विभिन्न हस्तक्षेपों के माध्यम से लड़कियों के सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित करती है और इसका उद्देश्य उनके नेतृत्व गुणों की पहचान करना और उनका पोषण करना है ताकि वे भविष्य के लिए तैयार हो सकें।

कार्यशाला में स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षा, फिटनेस, खेल और योग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

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Korba

एनटीपीसी कोरबा ने महिला संविदा कर्मियों के लिए स्तन कैंसर शिविर का आयोजन किया।

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कोरबा । स्तन कैंसर भारत में महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है और कैंसर से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण है। हालांकि, अगर शुरुआती चरण में इसका पता लग जाए और इसका इलाज हो जाए तो यह भी ठीक हो जाता है। हालांकि शहरी आबादी में इसके होने की दर ज़्यादा है, लेकिन शिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण ग्रामीण महिलाओं को इसका सबसे ज़्यादा खामियाज़ा भुगतना पड़ता है। अल्ट्रासोनोग्राफी शुरुआती पहचान के लिए एक बेहतरीन उपकरण है क्योंकि यह सस्ती, आसानी से उपलब्ध है और स्तन में छोटे घावों के प्रति संवेदनशील है और यह अच्छी सुविधा एनटीपीसी कोरबा अस्पताल में उपलब्ध है।

मैत्री महिला समिति, जैसा कि सभी जानते हैं, एनटीपीसी कोरबा के आस-पास के गांवों में महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने और शिक्षित करने की दिशा में समय-समय पर प्रयास करती रही है। इस बार एमएमएस (मैत्री महिला समिति) और एनटीपीसी अस्पताल, कोरबा ने हमारे समाज की वंचित बहनों की सेवा में एक कदम आगे बढ़ाने के लिए हाथ मिलाया है। एनटीपीसी कोरबा अस्पताल परिसर में 3 मई 2024 को स्तन कैंसर जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन एमएमएस की अध्यक्ष श्रीमती राखी माहेश्वरी और बीयूएच एनटीपीसी कोरबा के सरित माहेश्वरी ने किया। इस अवसर पर एनटीपीसी कोरबा के सीएमओ डॉ. विनोद कोल्हटकर, एमएमएस के पदाधिकारी, विभागाध्यक्ष और यूनियन व एसोसिएशन के सदस्य भी मौजूद थे। शिविर कई चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहले चरण का लक्ष्य बस्ती की संविदा महिला श्रमिकों और घरेलू सहायिकाओं को लाभ पहुंचाना था। डॉ. प्रतिभा अर्चना दास, वरिष्ठ परामर्शदाता (प्रसूति एवं स्त्री रोग) और डॉ. परिमिता हुरा, परामर्शदाता (रेडियोलॉजी) ने जांच की। डॉ. प्रतिभा दास ने जांच के पहले चरण के रूप में नैदानिक परीक्षण किया। अगले चरण के लिए उपयुक्त पाई गई महिलाओं की डॉ. परिमिता हुरा ने अल्ट्रासाउंड जांच की। शिविर के पहले दिन 52 मरीजों का पंजीकरण कर उनकी चिकित्सकीय जांच की गई। 37 की यूएसजी स्कैनिंग भी की गई। एमएमएस और एनटीपीसी अस्पताल की यह पहल समाज की वंचित महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के प्रति विश्वास बढ़ाने और उन्हें आश्वस्त करने में सहायक है।

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नई दिल्ली

खनन क्षेत्र ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड उत्पादन दर्ज किया

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प्रमुख खनिजों और एल्युमीनियम धातु के उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि


नई दिल्ली । मार्च 2024 महीने के लिए खनिज उत्पादन सूचकांक 156.1 था, जो मार्च 2023 महीने के स्तर की तुलना में 1.2 प्रतिशत अधिक है। पूरे वित्तीय वर्ष 2023-24 के सूचकांक में वित्तीय वर्ष 2022-23 की तुलना में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। मार्च 2024 के दौरान कुछ गैर-ईंधन खनिजों कॉपर कंसंट्रेट, सोना, मैंगनीज अयस्क, हीरा, ग्रेफाइट, कायनाइट, सिलिमेनाइट, लाइमशेल, चूना पत्थर, मैग्नेसाइट आदि में पिछले वर्ष इसी महीने की तुलना में सकारात्मक वृद्धि देखने को मिली।

लौह अयस्क और चूना पत्थर मिलकर मूल्य के हिसाब से कुल एमसीडीआर खनिज उत्पादन का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं। अस्‍थायी आंकड़ों के अनुसार देश में इन प्रमुख खनिजों के उत्पादन में वित्तीय वर्ष 2023-24 में उच्च वृद्धि देखी गई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 277 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) लौह अयस्क के उत्पादन ने 7.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्राप्त 258 एमएमटी के उत्पादन रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। इसी तरह का रुझान दिखाते हुए, चूना पत्थर उत्पादन ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्राप्त 406.5 एमएमटी के उत्पादन रिकॉर्ड को भी पार कर लिया है, जो वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10.7 प्रतिशत बढ़कर 450 एमएमटी हो गया है।

अलौह धातु क्षेत्र में वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्राइमरी एल्युमीनियम धातु के उत्पादन ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के उत्पादन रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। प्राइमरी एल्युमीनियम उत्पादन 2.1 प्रतिशत की वृद्धि दर से वित्तीय वर्ष 2022-23 में 40.73 लाख टन (एलटी) से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 41.59 एलटी हो गया।

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक, तीसरा सबसे बड़ा चूना उत्पादक और चौथा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में लौह अयस्क और चूना पत्थर के उत्पादन में स्वस्थ वृद्धि उपयोगकर्ता उद्योगों स्टील और सीमेंट में मजबूत मांग की स्थिति को दर्शाती है। एल्युमीनियम में उच्च वृद्धि के साथ, ये वृद्धि संबंधी रुझान ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, निर्माण, ऑटोमोटिव और मशीनरी जैसे उपयोगकर्ता क्षेत्रों में मजबूत आर्थिक गतिविधि की ओर संकेत करते हैं।

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