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बालको की महिला कर्मचारियों को उत्कृष्ट योगदान के लिए श्री अभिजीत पति ने किया सम्मानित

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बालको की महिला कर्मचारियों को उत्कृष्ट योगदान के लिए श्री अभिजीत पति ने किया सम्मानित
बालकोनगर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने बालको की उत्तरोत्तर प्रगति में उत्कृष्ट योगदान के लिए महिला कर्मचारियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में श्री पति ने महिला कर्मचारियों के कार्य प्रदर्शन की प्रशंसा की। समारोह का आयोजन बालको को ‘इकोनॉमिक टाइम्स बेस्ट वर्कप्लेस फॉर वूमेन’ पुरस्कार मिलने पर किया गया। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में महिला कर्मचारियों और नन्हे-मुन्नों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। बालको की कार्य शैली वेदांता समूह के उस दर्शन पर आधारित है जिसके तहत सभी को प्रगति के एक समान अवसर उपलब्ध हैं।
कार्यक्रम में श्री पति ने कहा कि ‘‘हम महिला कार्यबल का अनुपात 50 फीसदी तक ले जाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसके लिए देश के विभिन्न महाविद्यालयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को मौके दिए जा रहे हैं। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि महिला कार्यबल को वरिष्ठ प्रबंधन के सदस्यों के साथ संवाद के अधिक से अधिक अवसर मिले। ‘व्ही-लीड’ जैसी परियोजनाओं के जरिए संगठन के प्रतिभाशाली युवाओं को नेतृत्वकर्ताओं के तौर पर विकसित होने में मदद मिल रही है। श्री पति ने विश्वास जताया कि भविष्य में महिलाओं को नेतृत्व करने के अधिक अवसर मिलेंगे। उन्होंने महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे कंपनी द्वारा संचालित कैरियर विकास और सशक्तिकरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण अनेक योजनाओं में बढ़चढ़ कर भागीदारी सुनिश्चित करें।’’ इस अवसर पर महिला कर्मचारियों ने कैरियर में निरंतर आगे बढ़ने के अवसरों की उपलब्धता के लिए बालको प्रबंधन के प्रति आभार जताया।
प्रदर्शन मूल्यांकन, वेतन पुनरीक्षण, संगठन के उच्च नेतृत्वकारी पदों में तैनाती के मौके आदि के जरिए बालको ने महिला कार्यबल की निरंतर प्रगति की रणनीति तैयार की है। इंडस्ट्री लीडर्स के साथ समय-समय पर संवाद कार्यक्रमों के जरिए महिला कर्मचारियों को नेतृत्वकारी भूमिकाओं की तैयारी के गुर सिखाए जाते हैं। ‘व्ही-लीड’ जैसे मेंटरशिप कार्यक्रम से महिलाओं को आगे बढ़ने में मदद मिल रही है। बालको ने सदैव ही विविधतापूर्ण कार्य संस्कृति को प्रोत्साहित किया है। सीखने के आधुनिक तरीकों ने महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
स्वास्थ्य के समस्त आयामों के प्रति जागरूकता के लिए बालको की ओर से एक महत्वपूर्ण योजना क्रियान्वित की जाएगी। कर्मचारियों के लिए अभिभावक अवकाश नीति को अधिक प्रभावशाली बनाया गया है। मातृत्व अवकाश को बढ़ाकर 26 सप्ताह किया गया है। दत्तक ग्रहण अवकाश 12 सप्ताह का है जबकि पितृत्व अवकाश एक सप्ताह का दिया जाता है। बालको की अभिभावक अवकाश नीति इस श्रेणी के उद्योगों में श्रेष्ठ है। मातृत्व लाभ के साथ ही ऐसे कार्यक्रम संचालित हैं जिससे महिलाओं को मातृत्व अवकाश के उपरांत कार्यभार ग्रहण करने के दौरान बच्चे की देखरेख में काफी सुविधा होती है। बालको में महिलाओं को बच्चे के छह वर्ष के होने तक नर्सिंग ब्रेक दिया जाता है जबकि उद्योगों में यह मानदंड बच्चे के डेढ़ वर्ष की आयु तक देने का है। महिला कर्मचारियों के बच्चों के लिए संयंत्र परिसर में ही झूलाघर की सुविधा है। बालको में मेरिट के आधार पर जीवनसाथी रोजगार नीति भी लागू है जिसके अंतर्गत महिला कर्मचारियों को उनके जीवनसाथी की तैनाती के अनुसार पोस्टिंग दी जाती है।

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Business

एनटीपीसी कोरबा में बालिका सशक्तिकरण अभियान (GEM) 2024 के लिए बेसलाइन सर्वे एवं चिकित्सा परीक्षण

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कोरबा । एनटीपीसी कोरबा में बालिका सशक्तिकरण अभियान 2024 के लिए बेसलाइन सर्वे 3 मई 2024 को सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।

समाज को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में एनटीपीसी कोरबा के आस-पास के गांवों की स्कूली लड़कियों ने भाग लिया।



मेसर्स ई-सॉल्यूशंस (एनटीपीसी कोरबा में GEM कार्यक्रम के लिए नोडल एजेंसी) के संसाधन व्यक्तियों ने लड़कियों से बातचीत की और छात्रों की क्षमताओं का आकलन करने के लिए शैक्षणिक विषयों पर एक नमूना परीक्षण आयोजित किया गया।

जो एनटीपीसी कोरबा में मई के मध्य से आयोजित होने वाली आगामी चार-सप्ताह की आवासीय जीईएम कार्यशाला के लिए पाठ्यक्रम तैयार करने में मदद करेगा।



उसी दिन, एनटीपीसी कोरबा ने एनटीपीसी कोरबा अस्पताल में भाग लेने वाली लड़कियों के लिए चिकित्सा परीक्षण स्क्रीनिंग शिविर का भी सफलतापूर्वक समापन किया।

चिकित्सा परीक्षण में, स्क्रीनिंग शिविर को तीन दिनों में विभाजित किया गया था। पहले दिन यानी 1 मई 2024 को 44 लड़कियों की जांच की गई, दूसरे दिन यानी 2 मई 2024 को 36 लड़कियों की जांच की गई और तीसरे दिन यानी 3 मई 2024 को 54 लड़कियों की जांच की गई।



एनटीपीसी कोरबा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. विनोद कोल्हटकर के विशेषज्ञ मार्गदर्शन में डॉक्टरों की एक समर्पित टीम ने सभी प्रतिभागियों की गहन चिकित्सा जांच की।



शिविर की सफलता क्षेत्र की लड़कियों के समग्र विकास और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए एनटीपीसी कोरबा की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।

इसके अलावा, कार्यक्रम के दौरान कई अन्य गतिविधियाँ भी की गईं, जिनमें यूनिफॉर्म, ट्रैकसूट और जूते का माप लेना और जीईएम आईडी कार्ड के लिए छात्राओं की तस्वीरें लेना शामिल है।

बालिका सशक्तीकरण अभियान, एनटीपीसी की प्रमुख कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहल है जो विभिन्न हस्तक्षेपों के माध्यम से लड़कियों के सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित करती है और इसका उद्देश्य उनके नेतृत्व गुणों की पहचान करना और उनका पोषण करना है ताकि वे भविष्य के लिए तैयार हो सकें।

कार्यशाला में स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षा, फिटनेस, खेल और योग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

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Korba

एनटीपीसी कोरबा ने महिला संविदा कर्मियों के लिए स्तन कैंसर शिविर का आयोजन किया।

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कोरबा । स्तन कैंसर भारत में महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है और कैंसर से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण है। हालांकि, अगर शुरुआती चरण में इसका पता लग जाए और इसका इलाज हो जाए तो यह भी ठीक हो जाता है। हालांकि शहरी आबादी में इसके होने की दर ज़्यादा है, लेकिन शिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण ग्रामीण महिलाओं को इसका सबसे ज़्यादा खामियाज़ा भुगतना पड़ता है। अल्ट्रासोनोग्राफी शुरुआती पहचान के लिए एक बेहतरीन उपकरण है क्योंकि यह सस्ती, आसानी से उपलब्ध है और स्तन में छोटे घावों के प्रति संवेदनशील है और यह अच्छी सुविधा एनटीपीसी कोरबा अस्पताल में उपलब्ध है।

मैत्री महिला समिति, जैसा कि सभी जानते हैं, एनटीपीसी कोरबा के आस-पास के गांवों में महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने और शिक्षित करने की दिशा में समय-समय पर प्रयास करती रही है। इस बार एमएमएस (मैत्री महिला समिति) और एनटीपीसी अस्पताल, कोरबा ने हमारे समाज की वंचित बहनों की सेवा में एक कदम आगे बढ़ाने के लिए हाथ मिलाया है। एनटीपीसी कोरबा अस्पताल परिसर में 3 मई 2024 को स्तन कैंसर जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन एमएमएस की अध्यक्ष श्रीमती राखी माहेश्वरी और बीयूएच एनटीपीसी कोरबा के सरित माहेश्वरी ने किया। इस अवसर पर एनटीपीसी कोरबा के सीएमओ डॉ. विनोद कोल्हटकर, एमएमएस के पदाधिकारी, विभागाध्यक्ष और यूनियन व एसोसिएशन के सदस्य भी मौजूद थे। शिविर कई चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहले चरण का लक्ष्य बस्ती की संविदा महिला श्रमिकों और घरेलू सहायिकाओं को लाभ पहुंचाना था। डॉ. प्रतिभा अर्चना दास, वरिष्ठ परामर्शदाता (प्रसूति एवं स्त्री रोग) और डॉ. परिमिता हुरा, परामर्शदाता (रेडियोलॉजी) ने जांच की। डॉ. प्रतिभा दास ने जांच के पहले चरण के रूप में नैदानिक परीक्षण किया। अगले चरण के लिए उपयुक्त पाई गई महिलाओं की डॉ. परिमिता हुरा ने अल्ट्रासाउंड जांच की। शिविर के पहले दिन 52 मरीजों का पंजीकरण कर उनकी चिकित्सकीय जांच की गई। 37 की यूएसजी स्कैनिंग भी की गई। एमएमएस और एनटीपीसी अस्पताल की यह पहल समाज की वंचित महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के प्रति विश्वास बढ़ाने और उन्हें आश्वस्त करने में सहायक है।

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नई दिल्ली

खनन क्षेत्र ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड उत्पादन दर्ज किया

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प्रमुख खनिजों और एल्युमीनियम धातु के उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि


नई दिल्ली । मार्च 2024 महीने के लिए खनिज उत्पादन सूचकांक 156.1 था, जो मार्च 2023 महीने के स्तर की तुलना में 1.2 प्रतिशत अधिक है। पूरे वित्तीय वर्ष 2023-24 के सूचकांक में वित्तीय वर्ष 2022-23 की तुलना में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। मार्च 2024 के दौरान कुछ गैर-ईंधन खनिजों कॉपर कंसंट्रेट, सोना, मैंगनीज अयस्क, हीरा, ग्रेफाइट, कायनाइट, सिलिमेनाइट, लाइमशेल, चूना पत्थर, मैग्नेसाइट आदि में पिछले वर्ष इसी महीने की तुलना में सकारात्मक वृद्धि देखने को मिली।

लौह अयस्क और चूना पत्थर मिलकर मूल्य के हिसाब से कुल एमसीडीआर खनिज उत्पादन का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं। अस्‍थायी आंकड़ों के अनुसार देश में इन प्रमुख खनिजों के उत्पादन में वित्तीय वर्ष 2023-24 में उच्च वृद्धि देखी गई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 277 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) लौह अयस्क के उत्पादन ने 7.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्राप्त 258 एमएमटी के उत्पादन रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। इसी तरह का रुझान दिखाते हुए, चूना पत्थर उत्पादन ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्राप्त 406.5 एमएमटी के उत्पादन रिकॉर्ड को भी पार कर लिया है, जो वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10.7 प्रतिशत बढ़कर 450 एमएमटी हो गया है।

अलौह धातु क्षेत्र में वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्राइमरी एल्युमीनियम धातु के उत्पादन ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के उत्पादन रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। प्राइमरी एल्युमीनियम उत्पादन 2.1 प्रतिशत की वृद्धि दर से वित्तीय वर्ष 2022-23 में 40.73 लाख टन (एलटी) से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 41.59 एलटी हो गया।

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक, तीसरा सबसे बड़ा चूना उत्पादक और चौथा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में लौह अयस्क और चूना पत्थर के उत्पादन में स्वस्थ वृद्धि उपयोगकर्ता उद्योगों स्टील और सीमेंट में मजबूत मांग की स्थिति को दर्शाती है। एल्युमीनियम में उच्च वृद्धि के साथ, ये वृद्धि संबंधी रुझान ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, निर्माण, ऑटोमोटिव और मशीनरी जैसे उपयोगकर्ता क्षेत्रों में मजबूत आर्थिक गतिविधि की ओर संकेत करते हैं।

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