India
Tirupati Temple Laddu Prasad Row VHP Demand And Passes Resolution On Hindu Temples Know All Details
Published
2 months agoon
VHP On Hindu Temples: आंध्र प्रदेश के तिरुपति बाला मंदिर के प्रसाद (लड्डू) को लेकर उठे विवाद के बाद अब मंदिरों को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है. विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से दूर करने की मांग की है. विहिप ने सोमवार (23 सितंबर) को निकाय की बैठक की, जिसमें इस मांग को उठाया गया. इसके साथ ही एक प्रस्ताव भी पास किया गया.
वीएचपी ने कहा, “करोड़ों हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और हिंदू मंदिरों के खिलाफ अपवित्रता का एक और उदाहरण सामने आया है. पवित्र तिरुपति बालाजी मंदिर में लड्डू प्रसाद तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में मिलावट की खबर सामने आई. भगवान को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद में जानबूझकर मिलावट की गई. इससे पता चलता है कि टीटीडी में बैठे राजनीतिक लोग अपने ‘विधर्मी’ राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए किस हद तक गिर सकते हैं. इन लोगों ने हिंदुओं को ईसाई धर्म में परिवर्तित करके पूरे राज्य में धर्म परिवर्तन करने की कसम खाई है.”
वीएचपी ने की न्यायिक जांच की मांग
विश्व हिंदू परिषद ने पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग की है, ताकि हिंदुओं, हिंदू धर्म और हिंदू मंदिरों के खिलाफ इस आपराधिक कृत्य के पीछे के दोषियों का पता लगाया जा सके और इस कृत्य के पीछे के अपराधियों को कठोर सजा दी जा सके. ताकि भविष्य में कोई भी हिंदू भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की हिम्मत न कर सके.
वीएचपी ने आगे कहा कि केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और विभिन्न राज्यों में हिंदू धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की सैकड़ों घटनाएं हुई हैं। पवित्र सबरीमाला श्री अयप्पा स्वामी मंदिर के ‘अरवना पायसम’ में प्रसाद में मिलावट की ऐसी ही घटनाएं पाई गई हैं, जहां छिपकली की पूंछ पाई गई थी.
‘मंदिरों की रक्षा सरकार नहीं, हिंदू समाज करे’
विहिप का कहना है कि हिंदू समाज के मंदिरों, तीर्थस्थलों और पवित्र अनुष्ठानों में व्याप्त भ्रष्टाचार, लूट, दुरूपयोग और व्यावसायीकरण हिंदू मंदिरों के सरकारी नियंत्रण में एक नियमित विशेषता रही है.
संगठन का मानना है, “अब समय आ गया है कि मंदिरों को सरकार और भ्रष्ट राजनेताओं के चंगुल से मुक्त कराया जाए और सनातन धर्म के उचित प्रबंधन, प्रशासन, संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए हिंदू समाज को सौंप दिया जाए. विश्व हिंदू परिषद दशकों से इसके लिए कानूनी और जन-आंदोलन दोनों के माध्यम से आंदोलन कर रही है और राज्य सरकारों से मांग करती है कि वे अपने नियंत्रण वाले मंदिरों को मुक्त करें और उन्हें तुरंत हिंदू समाज को सौंप दें.”
विश्व हिंदू परिषद ने पास किया प्रस्ताव
वीएचपी ने तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में पशु चर्बी के इस्तेमाल के आरोपों की गहन और निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की है. यह जांच हाई कोर्ट के मौजूदा जस्टिस की ओर से प्रतिदिन सुनवाई के आधार पर की जानी चाहिए. इस जघन्य कृत्य के लिए जिम्मेदार अपराधियों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें कानून की पूरी सीमा तक दंडित किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे अपराधों के खिलाफ एक निवारक के रूप में काम किया जा सके.
इसके अलावा, विहिप ने केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल सभी हिंदू मंदिरों की पवित्रता और पवित्रता को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया है. वीएचपी ने कहा, “हम केंद्र और राज्य सरकारों से आग्रह करते हैं कि वे धार्मिक अपवित्रता या मंदिर के मामलों में हस्तक्षेप की किसी भी अन्य घटना को रोकने के लिए आवश्यक उपाय करें.”
ये भी पढ़ें: ‘अब आप…’, तिरुपति के जिस प्रसाद पर मचा बवाल, उसपर पुजारी ने दिया बड़ा अपडेट! TTD के पूर्व चीफ भी पहुंचे SC
You may like
-
Tirupati Laddu Row: ‘भारतीयों के मुंह में ठूंस दिया गया चर्बी वाला ‘कारतूस’, लड्डू विवाद पर भड़के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती
-
NCERT Book Row Love Jihad Remarks in Baba Bageshwar Dham Video
-
Tirupati Temple Laddu Controversy Ruckus over claims of supply of ghee from Pakistan
-
Punjab NRI Quota Row CJI DY Chandrachud Fraud Education System Know Top Comments
-
जिस तिरुपति मंदिर के लड्डू पर मचा बवाल, वहां प्रसादम में और क्या-क्या बनता है? देखें, पूरा मेन्यू
-
tamilnadu governor rn ravi statement sparks debate on secularism Nehru Indira Gandhi opinions
मुंबई
अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं।
Published
2 weeks agoon
November 21, 2024अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं और उनका खंडन किया जाता है।
जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग ने खुद कहा है, “अभियोग में लगाए गए आरोप आरोप हैं और जब तक दोषी साबित नहीं हो जाते, तब तक प्रतिवादियों को निर्दोष माना जाता है।” सभी संभव कानूनी उपाय किए जाएंगे।
अडानी समूह ने हमेशा अपने संचालन के सभी अधिकार क्षेत्रों में शासन, पारदर्शिता और विनियामक अनुपालन के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपने हितधारकों, भागीदारों और कर्मचारियों को आश्वस्त करते हैं कि हम एक कानून का पालन करने वाला संगठन हैं, जो सभी कानूनों का पूरी तरह से अनुपालन करता है।
Bilaspur
सतर्कता जागरूकता अभियान 2024 के अंतर्गत एसईसीएल में हितधारी सम्मेलन आयोजित
Published
1 month agoon
October 25, 2024सीवीओ हिमांशु जैन के दिशा-निर्देशन में हितधारकों के साथ गई बैठक
बिलासपुर । केंद्रीय सतर्कता आयोग के निर्देशानुसार एसईसीएल में 16 अगस्त से 15 नवंबर 2024 के बीच चलाए जा रहे तीन माह के सतर्कता जागरूकता अभियान के अंतर्गत आज दिनांक 25 अक्टूबर 2024 को एसईसीएल में हितधारी सम्मेलन (स्टेकहोल्डर्स मीट) का आयोजन किया गया। सीवीओ हिमांशु जैन के दिशा-निर्देशन आयोजित बैठक में एसईसीएल प्रबंधन से निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) एन फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (वित्त) डी सुनील कुमार, सेल्स, सीएमसी, सामग्री प्रबंधन, एवं वित्त सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।
सम्मेलन में एसईसीएल से सम्बद्ध विभिन्न कंपनियों के लगभग 50 अधिक वेंडर, सेवा प्रदाताओं ने भाग लिया एवं प्रबंधन के साथ विभिन विषयों पर सार्थक चर्चा में भाग लिया। इस दौरान हितधारकों ने अपनी विभिन्न शंकाओं एवं सुझावों को एसईसीएल प्रबंधन के समक्ष रखा जिसका प्रबंधन द्वारा समाधान किया गया। एसईसीएल प्रबंधन द्वारा बताया गया की कंपनी के विभिन्न विभागों में डिजिटल समाधानों एवं पोर्टलों के माध्यम से स्टेकहोल्डर्स के हितों का ध्यान रखते हुए कामकाजी प्रक्रियाओं को अधिक से अधिक पारदर्शी एवं सुलभ बनाने पर ज़ोर दिया जा रहा है।
Bilaspur
स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत एसईसीएल ने अरपा नदी के छठ घाट पर चलाया गया सफाई अभियान
Published
2 months agoon
September 27, 2024बिलासपुर । भारत सरकार के निर्देशानुसार एसईसीएल में दिनांक 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलाए जा रहे स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत दिनांक 26 सितंबर 2024 को बिलासपुर शहर में अरपा नदी के तट पर स्थित छठ घाट पर श्रमदान सफाई अभियान चलाया गया। अभियान में 100 से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों एवं सफाई मित्रों द्वारा घाट की सफाई की गई एवं कचरे को उचित तरीके से डिस्पोज़ किया गया। इस श्रमदान सफाई अभियान का मुख्य उद्देश्य न केवल छठ घाट की सफाई करना था, बल्कि अरपा नदी जैसे महत्वपूर्ण जलस्रोतों को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाए रखना भी है।
अभियान से बिलासपुर शहर में जीवनदायिनी कहे जाने वाली अरपा नदी की प्राकृतिक सुंदरता और स्वच्छता को बनाए रखने में मदद मिली है, जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ जल संसाधनों का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सकेगा। एसईसीएल और सभी सहभागियों का यह सामूहिक प्रयास पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो हमें यह याद दिलाता है कि हमारी नदियों को साफ रखना हमारी जिम्मेदारी है।