
बिलासपुर – बिलासपुर भारत सरकार के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के तत्वाधान में वर्ष 2025 के दौरान राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण का 80वाँ दौर देशभर में संचालित किया जा रहा है। यह सर्वेक्षण जनवरी 2025 से दिसंबर 2025 तक चलेगा, जिसमें स्वास्थ्य, दूरसंचार तथा अन्य सामाजिक संकेतकों पर जानकारी एकत्रित की जा रही है। इस दिशा में व्यापक मॉड्यूलर सर्वेक्षण के माध्यम से नागरिकों की जीवनशैली, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, दूरसंचार संसाधनों का उपयोग, तथा जनसांख्यिकीय परिदृश्य से संबंधित सूक्ष्म विवरणों को दस्तावेजीकृत किया जाएगा। यह जानकारी नीति निर्धारण, संसाधन आवंटन और सामाजिक योजनाओं की प्रभावशीलता के मूल्यांकन हेतु अत्यंत आवश्यक होगी। बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने जिले की आम जनता से अपील कि है कि यह राष्ट्रीय हित के महत्वपूर्ण कार्य की सफलता नागरिकों की जागरूक भागीदारी एवं स्थानीय सहयोग पर आधारित है। इसलिए जब सर्वेक्षणकर्ता उनके पास आएं, तो यथासंभव सही एवं पूर्ण जानकारी प्रदान करें। उनकी व्यक्तिगत जानकारियों को पूर्णतः गोपनीय रखा जाएगा और यह केवल सांख्यिकीय विश्लेषण हेतु उपयोग की जाएगी। यह सर्वेक्षण न केवल सामाजिक योजनाओं की गुणवत्ता को आंकने का सशक्त माध्यम है, बल्कि यह नागरिकों की आवाज को आंकडों के रूप में सरकार तक पहुँचाने का जरिया भी है। अतः जनता इसमें उत्साहपूर्वक भाग लें और सर्वेक्षण टीमों को जानकारी उपलब्ध कराने में सहयोग करें।इस अभियान की प्रभावशीलता को सुनिश्चित करने हेतु बिलासपुर कलेक्टर द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, तहसील स्तरीय समस्त राजस्व अधिकारी, समस्त जोन कमिश्नर, नगर पालिक निगम, बिलासपुर, समस्त मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगर पालिका परिषद तखतपुर, रतनपुर, बोदरी एवं नगर पंचायत बिल्हा, कोटा, मल्हार, समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत बिल्हा, कोटा, तखतपुर, मस्तूरी एवं नगर पालिक निगम, तथा जिला पंचायत बिलासपुर के वरिष्ठ अधिकारियों को इस विषय पर आवश्यक दिशा-निर्देश हेतु सूचित किया गया है। राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण, बिलासपुर के प्रभारी अधिकारी झील कुमार जायसवाल ने बताया की. बिलासपुर जिले में इस महत्वपूर्ण सर्वेक्षण कार्य का संचालन जिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय, बिलासपुर के द्वारा किया जा रहा है। बिलासपुर कार्यालय के नामित फील्ड अन्वेषक चयनित गांवों एवं शहरी खंडों में घर-घर जाकर तथ्यों का संकलन करेंगे।